कद्दावर नेता, पूर्व विधायक राना कृष्ण किंकर सिंह का निधन, बस्ती में शोक की लहर
ब्यूरो रिपोर्ट-बस्ती INewsUP
बस्ती। कप्तानगंज से दो बार विधायक रहे राना कृष्ण किंकर सिंह का शनिवार को निधन हो गया। उन्होंने अपने पैतृक गांव रानीपुर बेलाड़ी में शनिवार की सुबह करीब 9 बजे अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है हृदय गति रूकने से उनकी मौत हुई है। सबकुछ इतना जल्दी हुआ कि परिजन उन्हें अस्पताल भी नही ले जा सके। राना कृष्ण किंकर सिंह बस्ती की राजनीति में बड़ा नाम था। राजनीति में उनकी सीधे दखल रहती थी। तीन साल पहले जुलाई 2020 में उन्होने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद वे, उनके पुत्र नागेश प्रताप सिंह तथा भतीजे राना दिनेश प्रताप सिंह भाजपा में सक्रिय थे। नागेश के अलावा किंकर सिंह की तीन बेटियां हैं, सभी की शादी हो चुकी है। राना कृष्ण किकर सिंह ने राजनीतिक सफर वर्ष 1977 में एपीएन कालेज के छात्र संघ अध्यक्ष से की। इसके बाद वह प्रधान चुने गए। वर्ष 1983 और 1988 में बहादुरपुर के ब्लाक प्रमुख रहे। वर्ष 1989 और 1991 में कप्तानगंज विधान सभा सीट से निर्दल विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 1995 में जिला पंचायत अध्यक्ष भी बने। 2017 के चुनाव में वह कप्तानगंज सीट से कांग्रेस के चिन्ह पर लड़े थे और हार गए। किकंर सिंह का अपना एक जमाना हुआ करता था। बहुत कम लोग उनसे आंख मिलाने की हैसियत रखते थे।
राना साहब जमीनी और लोकप्रिय नेता थे - हरीश द्विवेदी
बस्ती सांसद हरीश द्विवेदी ने पूर्व विधायक राना कृष्ण किंकर सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सांसद ने कहा कि राना साहब जमीन से जुड़े एक ऐसे नेता थे, जो बस्ती की विकास यात्रा में अपने अहम योगदान के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। समाज के सभी वर्गों में उनकी अच्छी पैठ थी तथा वे एक सर्वमान्य नेता थे। असमय उनको जाना बस्ती के लिए अपूर्णीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों और प्रशंसकों को संबल प्रदान करे।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने यूपी विधानसभा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पूर्व विधायक राणा कृष्ण किंकर सिंह के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
What's Your Reaction?