संदीप चौरसिया–कुदरहा बस्ती
जिले में रबी की प्रमुख फसल के रूप में गेहूं की बुआई शुरू होते ही साधन सहकारी समितियों से डीएपी खाद गायब होने से किसानों की मुसीबत बढ़ती जा रही है । मजबूर होकर किसान महंगे दामों पर बाजारों से डीएपी खरीद रहे हैं । क्षेत्र के आशाराम, राम कुमार,संजय यादव,उमानाथ चौधरी, पारसनाथ चौधरी, दीनदयाल पांडेय, उजागिर चौधरी,अजय यादव आदि ने बताया कि खाद की किल्लत से गेहूँ की बुआई में लगने वाली लागत बढ़ती जा रही है । जिससे गेहूं की बुआई में करीब एक हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से खर्च बढ़ता जा रहा है ।