राजेश शुक्ल बनकटी-बस्ती
मुंडेरवा थाना अंतर्गत प्राचीन शिव मंदिर कोरऊ खास के महंत नारायण दास त्यागी ने बताया कि फलाहारी बाबा इसी गांव के रहने वाले थे जो गोलोक वासी होने से पहले अपनी सारी जमीन का एक चौथाई हिस्सा राम जानकी मंदिर के नाम से रजिस्ट्री कर दिए थे। उनके न रहने पर उनके भतीजे व पट्टीदार उस जमीन को अवैध कब्जा कर लिए ।
मामला न्यायालय बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी बस्ती के पास पहुंचा । जहां राम जानकी व शंकर जी मंदिर के पक्ष में 28 जून 2019 को फैसला हो गया है फिर भी राजेंद्र चौधरी सुरेंद्र चौधरी पुत्र राम क्लप गोलबंद होकर विभिन्न प्रकार की धमकियां देते आ रहे हैं । उस उक्त जमीन को अनाधिकृत रूप से आज भी कब्जे में लेकर जान से जान से मारने की धमकी भी देते रहे हैं। जिसकी जानकारी हमने क्रमशः एसडीएम महोदय जिलाधिकारी महोदय कमिश्नर महोदय से भी अवगत कराया है ।फिर भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई थी ।
लेकिन आज भोलेनाथ की कृपा से मंदिर पर थाना अध्यक्ष महोदय अपने हमराहीयों के साथ मंदिर परिसर में आए थे। धूप दीप एवं पूजा पाठ करने के उपरांत प्रसाद देते समय हमने पूरी जानकारी दी एवं कागज को भी दिखाया और पूरी घटना बताई।
तदोपरांत उन्होंने ग्राम प्रधान सहित विपक्षी गण को बुलाया इतने में गांव व क्षेत्र के सम्मानित लोग भी इकट्ठा हो गए इन्हीं लोगों के बीच महज एक घंटे के अंदर इस मामले का निस्तारण करवा दिए ।
ऐसे थानाअध्यक्ष सहज सरल स्वभाव प्रतिभावान व्यक्तित्व के धनी को देखकर रोम-रोम गदगद हो गया है। रोम रोम से आशीर्वाद निकल रहा है। लग रहा है शिवजी स्वयं थाना अध्यक्ष के रूप में चल कर के आए थे। काश ऐसे अधिकारी हर जगह होते ।
वहां पर उपस्थित लोगों ने बताया कि साहब बहुत ही अच्छे हैं। जब लोगों से अच्छे होने के बारे में विस्तार से पूछा गया तो उपस्थित कुछ लोगों ने बताया की सबसे पहले खासियत है कि सरल शुभाव होकर लोगों की फरियाद को सुनते हैं। जिससे आसानी से पूरी घटना बताई जा सकती है। दूसरी बात उनके अंदर सही और गलत की परख भी है ।और वह बहुत ही गजब हैं। अपराधी भी जानते हैं कि पैसे से नहीं मना पाएंगे। वहां पर उपस्थित एक संत ने कहा प्रत्यक्षम किम् प्रमाणम लाला।
सचमुच में थाना अध्यक्ष का यह कार्य सराहनीय एवं सम्मानजनक है । जोकि यह काफी जटिल एवं पुराना मामला पंचों के बीच एक घंटे के अंदर निपट गया।
थाना अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने बताया कि हमारी पहली प्राथमिकता बिना किसी भेदभाव के सभी को न्याय दिलाना और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करना है। कप्तानसाहब ने जो यह नैतिक जिम्मेदारी दी है उसका बखूबी कर्तव्यनिर्वहन करना हमारी पहली प्राथमिकता है। अपने राष्ट्र के लिए ऐसा कुछ करूं कि हमारे कार्यों को जनता स्वयं प्रमाणित करें।