नई दिल्ली। निर्भया के गुनहगारों को फांसी और हैदराबाद में बगैर किसी ट्रायल के डा. प्रियंका रेड्डी के गुनहबारों को पुलिसकर्मियों द्वारा गोली मारकर मौत के घाट उतारने की सजा के बावजूद बच्चियों और महिलाओं संग दरिंदगी की वारदातें कम नही हो रही हैं। पश्चिम विहार वेस्ट के पीरागढ़ी इलाके में एक 13 साल की मासूम के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी का मामला सामने आया है। बच्ची कमरे में अकेली थी। इसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया। विरोध करने पर दरिंदों ने न सिर्फ कैंची से उसके सिर और शरीर को गोद डाला, बल्कि अंदेशा है कि उसके साथ निर्भया जैसी वारदात को अंजाम दिया गया है। खून से नहाई हुई बच्ची को मरा समझकर आरोपी वहां से फरार हो गया। बच्ची के साथ क्या कुछ गुजरा होगा, यह इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि काफी देर तक बेसुध हालत में कमरे में सिसकती रही। उसके बाद जैसे- तैसे वह कमरे से घिसटते हुए बाहर आई और पड़ोसी के दरवाजे को खटखटाकर इशारे से अपनी हालत बयां की। उसके निजी अंगों से लगातार खून बह रहा था। बच्ची की हालत देखकर पड़ोसी भी डर गए। तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी। पश्चिम विहार वेस्ट थाने की पुलिस समेत सीनियर अफसर भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बच्ची को फौरन संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया। उसके सिर और हिप्स में किसी धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। बच्ची के इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम सरगर्मी से जुटी और सिर व कटे हुए हिस्सों में टांके लगाए और एम्स रेफर कर दिया। पुलिस ने हत्या की कोशिश और पॉक्सो समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। लड़की ने जो बयान दिया है, उसके आधार पर वारदात में दो लड़के शामिल थे। पुलिस को अंदेशा कि दोनों संदिग्ध आसपास के ही हैं। सीनियर पुलिस अफसरों के मुताबिक, 13 साल की बच्ची परिवार के साथ पीरागढ़ी में किराए पर रहती है। परिवार मूल रूप से बिहार का रहनेवाला है। जिस कमरे में परिवार रहता है, वह बिल्डिंग तीन मंजिल की है, जिसमें छोटे- छोटे करीब 25 कमरे बने हुए हैं। इनमें अधिकतर आसपास की फैक्ट्रियों में लेबर हैं। बच्ची के परिवार में माता- पिता और एक बड़ी बहन है। माता- पिता भी फैक्ट्री में लेबर हैं। बड़ी बहन भी काम करती है। लगभग रोजाना वह बच्ची अपने कमरे में अकेली रहती है। वाकया मंगलवार शाम का है। पुलिस को करीब साढ़े पांच बजे कॉल मिली थी। आशंका है कि बच्ची के साथ करीब 4 बजे वारदात हुई है। शुरुआती जांच में दो लड़के थे। उसके साथ सेक्सुअल असॉल्ट की कोशिश हुई। बच्ची ने विरोध किया तो उसकी हत्या की कोशिश हुई। हिप्स व सिर में गंभीर चोटें हैं। एम्स में बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टरी जांच में निजी अंगों में चोट भी है। पड़ोसियों ने उसके माता- पिता को हादसे की जानकारी दी। फिलहाल मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस अफसर के मुताबिक, बिल्डिंग में रहने वाले सभी मौजूद और गैरमौजूद लोगों की जांच पड़ताल की गई है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी कब्जे में लिया है। आरोपी जल्द गिरफ्त में होंगे।