
लखनऊ। इरफान अब्बास रिज़वी
लखनऊ। मुसलमानों का मुक़द्दस महीना रमज़ान अब से कुछ दिन बाद ही शुरू हो जाएगा। जिस दौरान लोग रोज़ा रख के अल्लाह की इबादत करते हैं, और जगह जगह मस्जिदों में तरावीह की नमाज भी पढ़ी जाती है। इस दौरान मस्जिदों में काफ़ी भीड़ होती है। लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस्लामिक सेंटर ऑफ़ इंडिया ने एडवाइज़री जारी करते हुए सभी मुसलमानों से अपील किया है कि वो रोज़ा ज़रूर रखें लेकिन उस दौरान अगर लॉकडाउन रहता है तो उसका भी पालन अवश्य करें।
इस्लामिक सेंटर ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने एडवाइज़री जारी करते हुए कहा की 24 अप्रैल को रमज़ान का चांद देखा जाएगा। 24 को हुआ चांद तो उसी दिन से तरावीह की नमाज शुरू होगी और 25 अप्रैल को पहला रोजा रखा जाएगा। पहली बार ऐसा हो रहा है कि रमज़ान का महीना ऐसे हालात में आ रहा है। लेहाजा पूरे मुल्क में रमज़ान में लॉक डाउन होगा और लोग मस्जिद में आज़ादी से नमाज़ पढ़ने नही जा सकेंगे, अपील करते हुए कहा कि सभी लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। हर मुसलमान रोजा ज़रूर रखे, मस्जिदों और भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। साथ ही इफ्तारी और इफ्तार पार्टी का पैसा गरीबों की मदद में लगाए। जो लोग मस्जिद में रहते है सिर्फ वही मस्जिद में रहे। 4-5 से ज़्यादा लोग मस्जिद में न रहें और वहीं लोग मस्जिद में तरावीह पढ़े बाकी लोग अपने घर पर तरावीह की नमाज़ अदा करें। जिसको जितना कुरान याद है उतना ही रोज़ पढें। अफ्तारी को गरीबों में बांटा जाए। अफ्तार के वक़्त सभी लोग दुआ करें कि हमारे मुल्क और पूरी दुनिया से अल्लाह इस कोरोना की महामारी को खत्म कर दे और देश मे अमन चैन अता फरमाए।