नोएडा. यहां एक पिता अपने बच्चे के इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। बताया जाता है कि एक झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से उसके बच्चे की किडनी खराब हो गई है। परिवार मदद के लिए सीएम से मदद की गुहार लगाई है। मामला संज्ञान में आने पर डीएम ने मुख्यमंत्री से आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया है। क्या है पूरा मामला….
– बदायूंं का रहने वाला प्रमोद नोएडा में पेंटिंग का काम करता है।
– उसके चार साल के बेटे प्रियांक की तबियत पांच नवंबर को खराब हुई थी।
– उसको हल्का बुखार था। पिता ने बरौला स्थित एक क्लीनिक से दवाई ली।
– दवाई खाने के कुछ देर बाद उसकी हालत खराब होने लगी।
हास्पिटल ने दो दिन में बनाया 250 लाख बिल
– प्रमोद उसे जेपी हास्पिटल लेकर गया। वहां डाॅॅक्टरों ने किडनी में दिक्कत की बात बताई।
– इलाज के लिए खर्चे की रकम 60 हजार बताया, इधर-उधर से जुगाड़ कर उसने बेटे को हास्पिटल में एडमिट किया।
– महज दो दिन में बिल दो लाख 28 हजार का बन गया, लेकिन बच्चे को आराम नहीं मिला।
– लिहाजा, हास्पिटल मैनेजमेंट ने बिल जमा कर बच्चे को ले जाने को कह दिया।
– बच्चे की हालत के बारे में जब प्रमोद के मालिक मिस्टर गुलाटी को पता चली तो उन्होने पैसे जमाकर जेपी हास्पिटल निकाला।
– उसके बाद बच्चे को गंगाराम हास्पिटल में एडमिट करवाया।
– मामला सपा नेता डाक्टर आश्रय गुप्ता के संज्ञान में आने पर डीएम से मदद करने को कहा।
सीएम से करेंगे बातचीत: डीएम
– मामला डीएम के पास पहुंचते ही उन्होंने बच्चे के इलाज व परिवार की हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
– उन्होंने आश्वसन दिया कि वह सीएम मुख्यालय में बातचीत कर जल्द से जल्द फंड का इंतजाम करेंगे। ताकि प्रियांक का बेहतर इलाज मिल सके।